दिलीप ने दिन-दूनी रात-चौगुनी मेहनत की बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए और वह सफल भी हो रही दिलीप ने दिन-दूनी रात-चौगुनी मेहनत की बारहवीं बोर्ड परीक्षा के लिए और वह सफल भी ...
वो कैसा भी हो अगर वो बोल नहीं सकता तो में उसकी जुबान बनूँगी पर मेरा कल मैंने उसकी साथ द वो कैसा भी हो अगर वो बोल नहीं सकता तो में उसकी जुबान बनूँगी पर मेरा कल मैंने उसक...
लेकिन मैं खुश रहती हूँ क्योंकि मुझे खुश रहना है ना कि इसलिए कि मैं अमीर हूँ।" लेकिन मैं खुश रहती हूँ क्योंकि मुझे खुश रहना है ना कि इसलिए कि मैं अमीर हूँ।"
सभी बच्चों को मोहन सर की बात समझ में आ गई और सबने स्वीकार किया कि विद्या धन से बड़ी है। सभी बच्चों को मोहन सर की बात समझ में आ गई और सबने स्वीकार किया कि विद्या धन से ब...
जिसके कारण वह औजारों के बदले हथियार बना रहा था। जिसके कारण वह औजारों के बदले हथियार बना रहा था।
और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है। और यही उसके जीवन चरम और परम सार्थकता है।